आज हम बात करेंगे भारत के एर फ़ोर्स के MMRCA ( medium multi role combat aircraft) में समिल होने वाला BOEING कम्पनी के F-15EX एर क्राफ़्ट के बरेमे जो एक नए कंटेंडर के रूप में सामने आया है। ओर F-15EX समिल होने पर भारत को क्या फ़ायदा होगा? तो हम सबसे पहले यह जान ले कीF-15EX हे क्या। तो F-15EX boeing द्वारा डिज़ाइन किए गए उनके F-१५ के स्ट्राइक वेरीयंट जिसका नाम F-१५ STRIKE EAGLE हे। इसका एक अड्वैन्स वेरीयंट ओर नेक्स्ट जेनरेशन वेरीयंट है। ओर इसे F-15EX भी कहा जाता है यह एक ऑल वेधर मलती रोल कैटेगॉरी का स्ट्राइक फ़ाइटर है। ओर इस F-15EX को अमेरिका के अलावा कई ओर देशों द्वारा भी इस्टमल किया जाता है ओर जो f-१५ सेरिस के पुराने वेरीयंट है f-१५ c उसकी तुलना मेंF-15EX में एक बहतर रडार, ऐविनिक्स ओर एक बेहतरीन डिफ़ेन्सिव सेन्सर के साथ आता है। लेकिन अभी भी F-15EX में ७०% कोमपिनेंट ऐसे है जो F-१५c F-१५e में इस्तमाल होते है लेकिन कम्पनी इस F-15EX में कई अड्वैन्स टेक्नॉलजी का इस्तमाल किया है।
जेसे की यह एर क्राफ़्ट एक अड्वैन्स काक्पिट के साथ आता हे जोकि बेट्टेल फ़िल इन्फ़र्मेशन रियल टाइम अससिस करनेमे काफ़ी ज़्यादा सकक्षम है। ओर साथ साथअड्वैन्स काक्पिट होने की वजह से काक्पिट पलोट उसकी आश पास के वातावरण जलडिसे समजनेमे भी मदद करता है। इसके अलावा इसमें कुछ ऐसे सेनस का इस्तमाल किया गया है जिससे पाइलटबेट्टेल फ़िल का ३६०• वियु प्रवाइड करता है जो काफ़ी ज़्यादा मदद रूप साबित होता है। ओर कूच रिपोर्ट की मिटबिक F-15EX के काक्पिट पे अमेरिका के फ़िफ़्थ जेनरेशन f३५ के काक्पिट जेसे ही फेचरदिए गए है। लेकिन इन सब के अलावा एक ख़ास बात ये हैकी ये फ़ाइटर अपने क्लास के अन्य फ़ाइटर की तुलनामे सबसे ज़्यादा पेलोड कपैसिटी ओर रेंज प्रवाइड करने में शकक्षम है क्यूँकि ये फ़ाइटर क़रीब २९५०० LBS की अन्मैन वपोने स्टेशन कपैसिटी के साथ आता है। ओर वेपन कैरी करने कि लिए फ़ाइटर में एर तो एर १२ हार्ड पॉंट ओर एर तो ग्राउंड १५ हार्ड पॉंट दिए गए है।
ये २९५०० LBS यानी की क़रीब १३३०० किलग्रैम्ज़ पेलोड के साथ ६०००० फ़िट तक उड़नेमे सक्षशम है ओर उसकी जो रेंज है वो १७७०KM है ओर केवल इतना ही नहि F-15EX क़ीमत के मामले में भी एक कोस्ट एफ़्फ़ेक्टिव फ़ाइटर निकल के सामने आया हे क्यूँकि उसकी जो फ़्लाइट हौर कोस्ट है वह केवल २७००० डॉलर है ओर उसी कोस्ट एफकेट की ख़ूबी की वजह से अमेरिका गोवोर्मेंट ने US एर फ़ोर्स के लिए F-15EXके ८ यूनिट ख़रीद ने की मंज़ूरी दी है। ओर रिपोर्ट की माने तो ये संख्या७२ तक भी पहोच सकती है ओर US एर फ़ोर्स F-15EX सीपने पुराने हो रहे F१५ C को रिप्लेसकरेगी बाक़ी बात करे तो F-15EXद्वारा कैरी किए जाने वाले हथियारकी तो air to air MISSILE में AINM ७ sperro AINMQ SIDEvender, Anim-१२० aenra MISSILE कैरी करता है ओर air to ground mevria, AGM१३०,AGM१५४, joinstando wepon ,AGM१५८ standof cruse missile समिल है ओर उसके अलावा १००० अलग अलग बोम को कैरी कर सकता है। बाक़ी पुराने वाले वेरीयंट की तुलना में इसमें सुधार किए गए है। उन्मे समिल है इसके द्वारा कैरी की जाने वाली ज़्यादा हथियार यानी की ये ऐरचरफट २२ एर तू एर missile कैरी कर सकता हो इसके अलावा इंफ़रारते सर्च एंड ट्रैक अड्वैन्स सर्विलंके इलेक्ट्रॉनिक वॉर्फ़ेर AESA रडार ओर २००००गंटे तक इसकी सर्विस लाइन करने के इसके स्ट्रक्चर कोभि रेज़ किया गया है।
यह पे INDIAN AIR FORCE MMRC के माध्यम से एक ऐसा एरक्राफ़्ट चाहती हे जो उनके हेवी फ़ाइटर SU३०MIK ओर उनके लाइट कॉम्बैटफ़ाइटर के बीच के एर क्राफ़्ट की कमी पूरी कर सके। ओर IAF में अभी तक MIC सेरिसे के फ़ाइटर कोभि रेटायअर कर रहे है। जिसमें mig-२७ पहले ही रेटायअर हो चुका है पर mig-२१ आने वाले समय में रेटायअर हो जाएगा यानी की IAF को एक मीडीयम कैटेगॉरी का फ़ाइटर चाहिए ओर जो ये। F-१५E है जो मीडीयम कैटेगॉरी में ना आकर यह एक हेवी वेट कैटेगॉरी में आटा है। सीधी बात ये हेकि IAF के पाश अड्वैन्स SUKOI-३०MKI जेसे अड्वैन्स हेवी वेट फ़ाइटर है जोकि F-१५EX के मायणोमे कही ज़्यादा अड्वैन्स है। ओर हमें यदि ये माने IAF एक हेवी वेट फ़ाइटर ख़रीदना चाहता है तो फिर ऐसेमे MMRC डील में समिल रशिया का su-३५ जोकि F-१५ex के मुक़ाबले काफ़ी स्ट्रोंग कम्पेटिटर साबित हो सकता हे ओर दूसरी बात अमेरिका का ट्रान्स्फ़र ओफ टेक्नॉलजी प्रवाइड। करना ओर जो ये mmrc डील है उसके मुताबिक़ जोभी फ़ाइटर चुना जाता है उसे स्ट्रैटेजी पार्ट्नर के तहें उस फ़ाइटर के मैन्युफ़ैक्चर को इंदीयन डिफ़ेन्स कम्पनी के साथ पार्ट्नर्शिप कर के उश फ़ाइटर को भारत में ही टेक्नॉलजी ट्रान्स्फ़र के टहेत मैन्युफ़ैक्चर करना होगा ओर उसके अलावा ट्रेनिंग असिस्टेंट, मेंट्नेन्स सपोर्ट ओर अन्य सपोर्ट भी दिए जाएँगे हाल की IAF किसे चुनती है वोतो आने वाला समय ही बताएगा।